Ranchi: झारखंड में मंगलवार को कोविड का टीका पूरी तरह से खत्म हो गया. इस वजह से कई वैक्सीन सेंटरों को दिन में ही बंद कर दिया गया. कुछ सेंटर पर लोग इस इंतजार में खड़े रहे कि वैक्सीन आएगी, लेकिन उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा. अब तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी हाथ खड़े कर दिये. उनका कहना है कि जब वैक्सीन केंद्र की ओर से उपलब्ध करायी जाएगी तब ही लोगों को टीका लगाया जायेगा. दो जुलाई को 6 लाख वैक्सीन आने का शेड्यूल मिला है.
केंद्र से 95 परसेंट वैक्सीन की डिमांड
नई पॉलिसी के अनुसार भारत में प्रोडक्शन की जा रही वैक्सीन का 75 परसेंट राज्य सरकारों को दिया जाना है. जबकि 25 परसेंट प्राइवेट हॉस्पिटल्स के लिए रखे गए हैं. अब राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर 95 परसेंट वैक्सीन की डिमांड राज्य के लिए की है.
साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटल्स के लिए 5 परसेंट ही रिजर्व रखने की मांग की है क्योंकि प्राइवेट हॉस्पिटल वालों का इंटरेस्ट इसमें काफी कम हो गया है. ऐसे में जब राज्य को टीके ज्यादा मिलेंगे तो ज्यादा लोगों को लगाया जा सकेगा.
आज शहर के सदर अस्पताल में आये टीका लेने लोग बिना टीका लिये ही लौट गये तो वहीं थड़पखना के टीकाकरण केंद्रों पर सुबह से ताला लटक रहा था. कई लोग वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे, लेकिन यहां कोई नहीं था, जिसके बाद वे मायूस लौट गए.
सोमवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के राज्य नोडल पदाधिकारी (आइईसी) सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया था कि राज्य सरकार 11 लाख डोज वैक्सीन केंद्र से मांगेगी.
राज्य नोडल पदाधिकारी के अनुसार, पूरे देश में लगभग 32 करोड़ डोज वैक्सीन लग चुकी है. इसके हिसाब से आबादी के अनुसार, झारखंड को 80 लाख डोज वैक्सीन मिलनी चाहिए थी, लेकिन 11 लाख डोज कम मिली.
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में झारखंड जितनी आबादी होते हुए भी वहां प्रतिदिन तीन लाख से अधिक टीकाकरण हो रहा है.