झारखंड में शराब की बिक्री की पारदर्शिता पर एक बार फिर सवालिया निशान उठ रहे हैं. आरोप है कि हजारीबाग के केरेडारी में सरकारी दुकानों पर जमकर कालाबाजारी की जा रही है. साथ ही बिक्री को लेकर बनाई गई नियमावली की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि केरेडारी के वाइन शॉप में बियर मांगने पर कर्मियों के द्वारा कहां जाता है बीयर यहां नहीं मिलता है,। जबकि दिन के उजाले में बियर की पेटी गुमटी वाले होटल वाले को प्रति बोतल ₹200 के हिसाब से दिया जाता है वही ग्राहक को एक छोटे से गुमटी या होटल में जाकर 250 रुपया प्रति बोतल आसानी से मिल जा रही है जिससे ग्राहकों को प्रति बोतल₹90 महंगे दाम पर बीयर की बोतल खरीदनी पड़ रही है।
इस व्यवस्था से कुछ लोगों को केरेडारी में करोड़ों की कमाई तो हो रही है, लेकिन सरकार के द्वारा शराब को सरकारी करण, करके काला बाजारी करवाने से सरकार के प्रति ग्रामीण खामो खा नाराज दिख रहे हैं।