पटना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के विसर्जन संबंधी बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वो हमको गोलिये मरवा दें, वो गोली ही मरवा सकते हैं, बाकी कुछ नहीं कर सकते. मुख्यमंत्री ने यह बयान लालू यादव के उस बयान पर दिया जिसमें लालू यादव ने कहा है कि हम नीतीश कुमार का विसर्जन करने आये हैं.
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से हंसते हुए कहा कि उनकी बातों पर क्या कहा जाये. लालू जी गोलिये मरबा दे, सबसे अच्छा यही होगा. बाकी कुछ नहीं कर सकते हैं. अगर चाहें तो गोली मरबा सकते हैं. और कुछ नहीं कर सकते हैं. समझ गये न.
पत्रकारों के इस सवाल पर कि कल से लालू प्रसाद भी चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतर रहे हैं, नीतीश बोले कि जाने दीजिये. जिसको जहां जाना है जाये. हम अपना काम कर रहे हैं. जीत हार जनता के हाथ है. हम उसकी चिंता नहीं करते.
लालू ने कहा था- नीतीश का विसर्जन करने आया हूं
नीतीश का बयान लालू के उस बयान के बाद आया है, जिसमें लालू ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह दिल्ली से पटना नीतीश कुमार का विसर्जन करने के लिए आए हैं। लालू ने कहा था कि बिहार में जो उपचुनाव होने वाले हैं, उसके लिए पहले ही उनके बेटे तेजस्वी यादव ने सरकार की नाक में दम करके रखा है। जो बच गया है उसका विसर्जन करने के लिए वह दिल्ली से पटना आ गए हैं।
नीतीश ने जंगलराज की दिलाई याद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुंगेर के तारापुर की सभा में रोजगार को लेकर जमकर हंगामा हुआ। वहां पर चुनाव प्रचार करके जब वह पटना लौटे तो उन्होंने लालू पर हमला बोला। कहा कि लालू यादव बताएं कि उनकी सरकार में क्या हुआ था? बिजली, शिक्षा और सड़क की क्या स्थिति थी? व्यापारी, इंजीनियर, डॉक्टर कहां भाग गए थे? उद्योग कहां था? उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार बनी तो यह सब व्यवस्था मैंने दुरुस्त की है।
बयानों से नहीं मिलेगी पब्लिसिटी
CM ने कहा कि कुछ लोग कुछ-कुछ बोलता है, लेकिन एक बात है कि जब तक वह हम पर बोलेंगे नहीं, तब तक उनको पब्लिसिटी नहीं मिलेगी। हम पर बोलेंगे तभी उनको पब्लिसिटी मिलेगी। मेरा काम है सेवा करना और हम सेवा लगातार कर रहे हैं। जनता मालिक है। जनता ही तय करती है।
नीतीश ने कहा कि तारापुर और कुशेश्वरस्थान के विधायकों की मृत्यु हो गई है। जनता ने जिन लोगों को जिताया था, उनकी मृत्यु हो गई तो लोग इस बात का ध्यान जरूर रखेंगे और उसी को ध्यान में रखकर वोट देंगे। हम लोग सेवक हैं। पूरा बिहार एक परिवार है और कुछ लोगों के लिए अपना परिवार ही सब कुछ है। कौन क्या बोलता है, हम पर बोलते रहें। बोलने से कुछ नहीं होने वाला है।