कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय पहलवानों ने कमाल का प्रदर्शन किया. भारत को कुश्ती में तीन गोल्ड मेडल एक सिल्वर मेडल और एक ब्रॉन्ज मेडल मिला है। शुक्रवार का दिन भारत के लिए स्वर्णिम दिन रहा है। एक दिन में भारत को तीन गोल्ड मेडल कॉमनवेल्थ गेम्स में आज ही मिले हैं। दीपक पूनिया ने 86 KG फ्रीस्टाइल में पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को 3-0 से हराया है। इससे पहले उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में कनाडा के मुरे को 3-1 से हराया था। वहीं, क्वार्टर फाइनल में दीपक ने शेकू कससेगबामा को 10-0 से मात दी थी।
साक्षी ने कॉमनवेल्थ में पहला गोल्ड अपने नाम किया
साक्षी मलिक ने 62 KG फ्रीस्टाइल के फाइनल में कनाडा की गोडिनेज गोंजालेज को मात दे दी है। उन्होंने पहली बार गोल्ड अपने नाम किया है। साक्षी ने विपक्षी खिलाड़ी को चित (पिन) कर चार अंक हासिल किए और मुकाबला जीता। वह कॉमनवेल्थ 2014 में सिल्वर और 2018 में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी थीं।
बजरंग ने कनाडा के लचलान मैकनील को दी मात
स्टार पहलवान बजरंग पूनिया पुरुषों के 65 KG फ्रीस्टाइल के फाइनल में कनाडा के लचलान मैकनील को 9-2 से मात दी है। इससे पहले उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के जॉर्ज रैम को 10-0 से हराया था। 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भी बजरंग ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। वहीं, 2014 में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था।
दीपक पूनिया ने पहली बार जीता स्वर्ण, पाकिस्तान के पहलवान को फाइनल में पटका
पहलवान दीपक पूनिया ने भारत को कुश्ती में चौथा स्वर्ण दिलाया है। उन्होंने 86 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को 3-0 से हरा दिया। इस तरह दीपक ने स्वर्ण पर कब्जा जमाया। यह राष्ट्रमंडल खेलों में दीपक का पहला पदक है और उन्होंने सीधे स्वर्ण के साथ शुरुआत की है।
दीपक पूनिया ने राष्ट्रमंडल खेलों (2022) में स्वर्ण के अलावा वर्ल्ड चैंपियनशिप 2019 में रजत पदक जीता था। वर्ल्ड जूनियर रेसलिंग चैंपियनशिप में उन्होंने 2018 में रजत और 2019 में स्वर्ण हासिल किया था। एशियन चैंपियनशिप में दीपक के नाम दो रजत और दो कांस्य हैं। टोक्यो ओलंपिक में दीपक कांस्य पदक से चूक गए थे। उन्हें आखिरी 30 सेकेंड में सैन मारिनो के माइल्स अमीने ने हरा दिया था।