सरकार दूरसंचार कंपनियों से अगले साल स्वतंत्रता दिवस पर सीमित इलाकों और शहरों में वाणिज्यिक तौर पर 5जी सेवा शुरू करने के लिए कह रही है। साथ ही उसने दूरसंचार कंपनियों को आश्वस्त किया है कि 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी अप्रैल-मई तक हो जाएगी और सेवा शुरू करने के लिए उन्हें तीन से चार महीने का वक्त मिलेगा। एक अग्रणी दूरसंचार उपकरण कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘कुछ शहरों में सेवा इस मियाद के भीतर शुरू की जा सकती है और भारत में उपकरण मिल जाने के बाद नेटवर्क लगाने में हमें 4 से 6 हफ्ते लगेंगे। लेकिन इसके लिए भी हमें दूरसंचार कंपनियों के साथ जनवरी तक व्यावसायिक करार करना होगा ताकि पता चल सके कि वे किस तरह का और किस शहर या सर्कल के लिए ऑर्डर देते हैं। हमें खास तौर पर चिप की किल्लत को देखते हुए अपनी आपूर्ति शृंखला को सक्रिय करना होगा।’
दूरसंचार कंपनियां 5जी सेवा के लिए पहले ही काफी सक्रियता दिखा रही हैं। उदाहरण के लिए दूरसंचार फर्में 5जी परीक्षण के माध्यम से अपने 5जी नेटवर्क की क्षमता को आजमा रही हैं। अभी तक भारती एयरटेल ने नोकिया के साथ मिलकर 700 बैंड पर 5जी का सफलापूर्वक परीक्षण किया है। यह परीक्षण कोलकाता के बाहरी इलाके में किया गया है। वोडाफोन आइडिया भी पुणे में परीक्षण कर सकती है और इसके लिए उसने एरिक्सन के साथ साझेदारी की है।
हालांकि दूरसंचार कंपनियों ने अपनी चिंता भी साफ-साफ जाहिर की हैं। एक अग्रणी दूरसंचार कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘समयसीमा भले ही अभी अनौपचारिक हो लेकिन यह काफी मुश्किल है। केवल दिखाने के लिए भी कोई अधिक से अधिक एक या दो शहरों में अथवा किसी शहर के एक हिस्से में 5जी सेवा शुरू कर सकता है। साल के अंत तक समयसीमा तय करना तार्किक होगा क्योंकि तब तक कंपनियां किसी भी सर्कल के प्रमुख शहरों में सेवा शुरू करने लायक हो जाएंगी।’ 5जी शुरू करने में एक बड़ी दिक्कत यह है कि दूरसंचार विभाग ने हाल ही में स्पेक्ट्रम के आधार मूल्य के मसले को दूरसंचार नियामक के पास वापस भेजा है। दूरसंचार कंपनियां इस आधार मूल्य को काफी अधिक बता रही हैं।